उत्तर प्रदेश के नोएडा के सेक्टर 63 में नकली प्रोटीन पाउडर बनाने वाली एक कंपनी का खुलासा हुआ है। इस प्रोटीन पाउडर के सेवन से एक व्यक्ति को लिवर और त्वचा संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ा, जिसके बाद उसने इसकी शिकायत की। जांच के दौरान पता चला कि यह नकली प्रोटीन पाउडर हानिकारक केमिकल्स से बना था, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक हो सकता है।
नकली प्रोटीन पाउडर के खतरनाक प्रभाव
1. त्वचा पर असर
दिल्ली के आरएमएल अस्पताल के त्वचा विशेषज्ञ डॉ. भावुक धीर के अनुसार, नकली प्रोटीन पाउडर में मौजूद मेलामाइन, फॉर्मल्डिहाइड और बेंजीन जैसे केमिकल्स त्वचा पर एक्जिमा और मुंहासों का कारण बनते हैं। इसके अलावा, इन पाउडर में मिलाए गए रंग और स्वाद बढ़ाने वाले एजेंट त्वचा को गंभीर नुकसान पहुंचा सकते हैं।
2. लिवर पर असर
दिल्ली के जीटीबी अस्पताल के मेडिसिन विभाग के डॉ. अजीत कुमार बताते हैं कि नकली प्रोटीन पाउडर का सबसे ज्यादा प्रभाव लिवर पर होता है। इससे लिवर में सूजन, इंफेक्शन, और फाइब्रोसिस जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
- नकली पाउडर में मौजूद केमिकल्स लिवर के सामान्य कार्य में बाधा डालते हैं।
- लंबे समय तक इसका सेवन लिवर सिरोसिस का कारण बन सकता है।
शुरुआती लक्षण
डॉ. कुमार के अनुसार, नकली प्रोटीन पाउडर के शुरुआती लक्षण निम्नलिखित हो सकते हैं:
- पेट की समस्याएं: पेट दर्द, उल्टी, डायरिया, या कब्ज।
- लिवर के लक्षण: लगातार पेट खराब होना या पेट में भारीपन महसूस होना।
- त्वचा पर बदलाव: त्वचा पर खुजली, लाल चकत्ते, या मुंहासे।
क्या करें अगर नकली प्रोटीन पाउडर खा लिया हो?
- लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
- प्रोटीन पाउडर का सेवन रोक दें और उसकी गुणवत्ता की जांच कराएं।
- किसी भी सप्लिमेंट को खरीदने से पहले उसकी पैकेजिंग, ब्रांड, और प्रमाण पत्र की जांच जरूर करें।
नकली प्रोटीन पाउडर का सेवन स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक हो सकता है। इससे लिवर और त्वचा पर गंभीर असर पड़ सकता है। इसे खरीदते समय सावधानी बरतें और लक्षण दिखने पर तुरंत चिकित्सा सहायता लें।