ब्यूरो: पंजाब के किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल इन दिनों चर्चा में हैं क्योंकि वे 26 नवंबर 2024 से खनौरी बॉर्डर पर आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं। उनका अनशन किसानों की मांगों, विशेष रूप से न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी के लिए है। लगातार अनशन के कारण उनकी सेहत पर गंभीर असर पड़ा है, और डॉक्टरों ने उनकी हालत को लेकर चिंता जताई है।
डल्लेवाल की बिगड़ती सेहत के बावजूद, वे अपनी मांगों को लेकर अडिग हैं। बताया जा रहा है कि उनकी इम्युनिटी कमजोर हो गई है, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। स्थिति इतनी गंभीर हो गई कि वे रविवार को मंच पर भी नहीं आ सके।
इस मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट ने भी चिंता जताई है और पंजाब सरकार को इस मामले में जल्द कदम उठाने के लिए कहा है। किसानों के बीच डल्लेवाल के इस साहसिक कदम के लिए गहरी एकजुटता है, और वे सरकार से उनकी मांगें पूरी करने की अपील कर रहे हैं।
डल्लेवाल के स्वास्थ्य पर लगातार नजर रखी जा रही है, लेकिन अभी तक उनके अनशन को लेकर सरकार की ओर से कोई ठोस प्रतिक्रिया नहीं आई है। किसान आंदोलन के इस नए दौर ने सरकार पर एक बार फिर दबाव बढ़ा दिया है।