भारत के प्रसिद्ध मंदिर जहां ड्रेस कोड लागू है, भारत एक धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर का देश है, जहां हर राज्य में अद्भुत और प्राचीन मंदिर स्थित हैं। इन मंदिरों में हजारों श्रद्धालु प्रतिदिन दर्शन के लिए पहुंचते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ मंदिरों में विशेष ड्रेस कोड का पालन करना अनिवार्य है? ये नियम मंदिर की पवित्रता और सम्मान बनाए रखने के लिए होते हैं। आइए जानते हैं उन प्रमुख मंदिरों के बारे में, जहां ड्रेस कोड का पालन करना जरूरी है।
1. गुरुवायुर कृष्ण मंदिर, केरल
गुरुवायुर कृष्ण मंदिर भगवान श्री कृष्ण को समर्पित एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है, जो केरल में स्थित है। यहां पुरुषों के लिए पारंपरिक लूंगी पहनना आवश्यक है। वहीं, महिलाओं को साड़ी या सूट पहनकर ही मंदिर में प्रवेश करने की अनुमति है। यह ड्रेस कोड इस मंदिर के सम्मान और पवित्रता को बनाए रखने के लिए लागू किया गया है।
2. महाबलेश्वर मंदिर, कर्नाटक
महाबलेश्वर मंदिर भगवान शिव को समर्पित एक प्रमुख धार्मिक स्थल है, जो कर्नाटक में स्थित है। इस मंदिर में जींस, पैंट, पायजामा, हैट, कैप, कोट और बरमूडा जैसी आधुनिक कपड़े पहनकर प्रवेश नहीं किया जा सकता है। यहां भगवान शिव के दर्शन के लिए पुरुषों को धोती पहननी होती है, जबकि महिलाएं साड़ी या सूट पहनकर ही प्रवेश कर सकती हैं।
3. घृष्णेश्वर महादेव मंदिर, महाराष्ट्र
घृष्णेश्वर महादेव मंदिर महाराष्ट्र के संभाजी नगर के दौलताबाद क्षेत्र में स्थित है। यह मंदिर भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। यहां दर्शन के लिए महिलाओं को पारंपरिक कपड़े पहनने होते हैं, और पुरुषों को अपने ऊपर के कपड़े उतारने पड़ते हैं। इस मंदिर में बेल्ट, पर्स जैसी चीजों को लेकर जाना भी मना है।
4. महाकाल मंदिर, मध्य प्रदेश
महाकालेश्वर मंदिर उज्जैन, मध्य प्रदेश में स्थित है और भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में एक महत्वपूर्ण स्थल है। इस मंदिर में भी ड्रेस कोड लागू है। पुरुषों को धोती और कुर्ता पहनना होता है, जबकि महिलाओं को साड़ी पहनकर ही मंदिर में दर्शन करने की अनुमति होती है। यहां भी श्रद्धालुओं को पवित्रता बनाए रखने के लिए निर्धारित ड्रेस कोड का पालन करना पड़ता है।
5. तिरुपति बालाजी, आंध्र प्रदेश
तिरुपति बालाजी मंदिर आंध्र प्रदेश में स्थित एक अत्यंत प्रसिद्ध मंदिर है, जहां लाखों भक्त प्रतिवर्ष दर्शन के लिए आते हैं। यहां भी ड्रेस कोड का पालन करना आवश्यक है। पुरुषों को शॉर्ट्स, टी-शर्ट या अन्य आधुनिक कपड़े पहनकर मंदिर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं होती। महिलाओं को भी साड़ी या सूट पहनकर ही मंदिर में प्रवेश मिलती है।