वाशिंगटन: अमेरिका जल्द ही चीन में निर्मित TP-Link इंटरनेट राउटरों की बिक्री पर प्रतिबंध लगा सकता है। यह कदम राष्ट्रीय सुरक्षा के दृष्टिकोण से उठाया जा सकता है। वॉल स्ट्रीट जर्नल की एक रिपोर्ट के अनुसार, नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने अगले कार्यकाल में चीन के प्रति सख्त रुख अपनाने की योजना बना रहे हैं, जिसमें TP-Link जैसे उत्पादों पर प्रतिबंध भी शामिल है।
राष्ट्रपति ट्रंप का कड़ा रुख
डोनाल्ड ट्रंप पहले ही यह संकेत दे चुके हैं कि अपने दूसरे कार्यकाल में वह चीन के खिलाफ कड़ी नीतियां लागू करेंगे। इनमें चीनी उत्पादों पर 60 प्रतिशत तक का आयात शुल्क लगाने का निर्णय भी शामिल है। TP-Link के राउटर, जो अमेरिका में घरेलू और छोटे व्यवसायों में लोकप्रिय हैं, अब संभावित प्रतिबंध की सूची में हैं।
कंपनी का दावा है कि उसके उत्पाद अमेरिकी उद्योग मानकों के अनुरूप हैं और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर बेस्टसेलर राउटरों में से एक हैं। कंपनी ने CBS को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि वह सुरक्षा मानकों की जांच के लिए तैयार है।
TP-Link राउटर का सरकारी उपयोग
TP-Link राउटर का उपयोग अमेरिका के रक्षा विभाग सहित कई अन्य सरकारी संस्थानों में भी किया जाता है। हालांकि, कंपनी का कहना है कि वह अपने उत्पादों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कठोर परीक्षण प्रक्रियाओं का पालन करती है। कमजोरियों की पहचान होने पर उन्हें तुरंत दूर किया जाता है।
सुरक्षा जांच की तैयारी
TP-Link ने कहा कि वह अमेरिकी सरकार के साथ सहयोग करने और अपनी सुरक्षा प्रणालियों की मजबूती साबित करने के लिए पूरी तरह तैयार है। कंपनी ने इस बात पर भी जोर दिया कि वह अमेरिकी बाजार में सक्रिय रहते हुए उपभोक्ताओं और राष्ट्रीय सुरक्षा की चिंताओं का समाधान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
न्याय विभाग द्वारा जांच
अमेरिकी न्याय विभाग TP-Link के खिलाफ इस बात की जांच कर रहा है कि कहीं कंपनी उत्पादन लागत से कम कीमत पर राउटर बेचकर अमेरिकी व्यापार कानूनों का उल्लंघन तो नहीं कर रही। TP-Link ने इस दावे को खारिज किया और कहा कि वह प्रतिस्पर्धा के तहत कीमतें घटाती है लेकिन लागत से कम पर अपने उत्पाद नहीं बेचती।
माइक्रोसॉफ्ट की चेतावनी
अक्टूबर 2024 में, माइक्रोसॉफ्ट ने एक रिसर्च रिपोर्ट जारी की, जिसमें खुलासा किया गया था कि चीनी हैकर TP-Link राउटरों के डेटा तक पहुंच बना सकते हैं। इस रिपोर्ट के बाद TP-Link ने सुरक्षा को लेकर उठने वाले सवालों का जवाब देते हुए कहा कि उसे किसी भी संभावित कमजोरी की जानकारी होने पर त्वरित कार्रवाई की जाती है।
कंपनी ने यह भी संकेत दिया कि वह यूएस साइबरसिक्योरिटी एंड इंफ्रास्ट्रक्चर सिक्योरिटी एजेंसी (CISA) और सिक्योर-बाय-डिज़ाइन मानकों के साथ काम करने के लिए तैयार है।
अमेरिकी बाजार में असर
अगर TP-Link राउटरों पर प्रतिबंध लगाया गया तो इसका असर न केवल उपभोक्ताओं पर पड़ेगा बल्कि छोटे व्यवसायों और सरकारी विभागों के लिए भी समस्या पैदा हो सकती है। कंपनी ने जोर देकर कहा है कि उसके उत्पाद अमेरिकी उपभोक्ताओं के लिए सुरक्षित हैं और वह बाजार में अपनी उपस्थिति बनाए रखने के लिए हर संभव प्रयास करेगी।
अमेरिकी सरकार का कदम
TP-Link पर संभावित प्रतिबंध चीन और अमेरिका के बीच बढ़ते तनाव को दर्शाता है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह प्रतिबंध न केवल राष्ट्रीय सुरक्षा बल्कि वैश्विक तकनीकी बाजार पर भी व्यापक प्रभाव डाल सकता है।
आने वाले हफ्तों में यह देखना होगा कि अमेरिकी प्रशासन और TP-Link के बीच इस मामले पर किस प्रकार का समाधान निकलेगा।